खनन में लगे धर्मकाँटा संचालको की हड़ताल के चलते करीब तीस लाख के राजस्व का नुकसान।
धर्मकाँटा टेंडर निरस्त कर नाप के आधार पर खनन निकासी व्यवस्था करे सरकार - वाहन मालिक। मानदेय ने मिलने पर धर्मकाँटा ऑपरेटर हड़ताल पर।
लालढांग। संवाददाता। वन विकास निगम के खनन चुगान में धर्मकाटा ऑपरेटरों की हड़ताल के चलते शुक्रवार को रवासन और कोटवाली नदी के चारो खनन निकासी गेट बंद रहे। जिसके चलते रॉयल्टी और वन विभाग के टीएफ शुल्क से आने वाले करीब 30 लाख रुपये के राजस्व का नुकसान् हुआ है। धर्मकाँटा संचालको की मनमानी के खिलाफ वाहन स्वामियों ने प्रदर्शन कर धर्मकाँटा का टेंडर निरस्त कर कुमाऊ मंडल की तर्ज पर नाप के आधार पर खनन चुगान निकासी किये जाने की मांग उठाई। आरोप लगाया कि धर्मकाँटा संचालक ठेकेदार की अव्यवस्था के चलते वाहन स्वामियों को नुकसान झेलना पड़ रहा है।आये दिन नए नए ऑपरेटर तैनात किये जाते है जिन्हे कंप्यूटर चलाना भी नही आता। खनन निकासी का समय सुबह पांच से सांय पांच बजे तक निर्धारित है लेकिन धर्मकाँटा ऑपरेटर सुबह आठ बजे गेट पर पहुंचते है जिसके चलते खनन निकासी कम हो रही है। और राजस्व की हानि हो रही है।
बताते चले 20 दिसंबर को रवासन नदी के गैंडी खाता गेट 2 पर कार्य बाधित रहा इससे पूर्व भी धर्मकाँटा ऑपरेटरों पर अव्यबस्था और मनमानी करने का आरोप लगता रहा है जिसके चलते सरकार को लाखो का नुकसान हो चुका है। शुक्रवार को इन अव्यवस्थाओ से तंग आकर वाहन स्वामियों ने धर्मकाँटा ठेकेदार के खिलाफ प्रदर्शन कर कुमाऊ मंडल की तर्ज ओर नाप जे आधार पर रवन्ना जारी करने की मांग उठाई।
प्रदर्शन करने वालो में वाहन स्वामी संदीप लहरी नवीन राणा, नजाक्त अली, श्मशाद ,मोहन सिंह, जोगेंद्र, सुरेंद्र सिंह, संजय , बंटी सहित भारी संख्या में वाहन चालक मौजूद रहे।
वन विकास निगम के लौंगिंग अधिकारी रतिराम ने बताया कि आये दिन खनन चुगान में लगे धर्मकांटे संचालकों की मानदेय न मिलने और अवयवस्था के चलते कार्य वाधित रहता है रवासन और कोटावाली नदी के चारो गेटो से करीब 1000 वाहन खनन की निकासी होती है कार्य बंद होने से शुक्रवार को करीब 30 लाख रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।