उपनगरी में डगमगा रही सफाई व्यवस्था, अनदेखी में लगी अनुबंधित संस्थान ई-कॉन
हरिद्वार: नगर निगम हरिद्वार क्षेत्र तीर्थ नगरी होने के चलते इस क्षेत्र में हर सीजन में यात्रियों का आना जाना लगा रहता है इसी कारण शहर में सफाई व्यवस्था को बरकरार रहना काफी जरूरी हो जाता है। यही कारण है कि शहरी विकास विभाग अनुबंधित संस्थानों को शहर से कूड़ा निस्तारण को लेकर मोटी रकम का भुगतान करता है। मगर हाल ही में नगर निगम हरिद्वार के 30 वार्डों की जिम्मेदारी लेने वाली अनुबंधित संस्थान ई-कोन की हालत खस्ता दिखाई पड़ रही है शायद यही कारण है कि महीनेभर से कूड़ा निस्तारण की कमान संभालने वाली ई-कोन कंपनी अभी तक सफाई के क्षेत्र में अपने काम को स्थिर नही कर पा रही है। जिसके चलते जगह-जगह कूड़े के बड़े ढ़ेर देखने को मिल रहे है।
हरिद्वार के कई वार्डों में तो आलम ये है कि तीन-चार दिन से कूड़े का निस्तारण नही हुआ है। बात करें डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की तो लग रहा है कि कुछ वार्डों में तो ईकोन कंपनी का मानो ध्यान ही नही है और यही कारण है कि मजबूरन लोगों को सड़कों पर कूड़ा डालना पड़ रहा है जिसके चलते सड़कों पर कूड़े के बड़े ढ़ेर दिखाई पड़ रहे है और शहर भर में दुर्गंध फेल रही है।
बताया जा रहा है कि नगर निगम द्वारा अनुबंधित संस्थान को कुछ और नए वहां लाने के लिए कहा गया था मगर कंपनी है कि ठंडे चूल्हे बैठी है।
कंपनी नई हालात वही-
बात करें कारणों की तो बताया जाता गई कि जिन लोगों को नगर निगम द्वारा ब्लैक लिस्ट किया गया था वहीं लोग पेटी ठेकेदार के तौर पर काम को देख रहे है जिनके ऊपर लीपा पोती कर बस इस्कोन ग्रुप का नाम चिपका दिया गया है शायद इसी वजह से हालात भी वही पुराने आ चुके है जो पहले हुआ करते थे।
कूड़े का निस्तारण सुचारू रूप से किए जाने को लेकर अनुबंधित संस्थान के कुछ और वाहन आने है जो अभी नही आये जिस कारण समस्या आ रही है बाकी में दिखवाता हूँ:- नगर स्वास्थ्य अधिकारी तरुण मिश्रा