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शर्मनाक: देवर ने किया रिश्ते को शर्मसार, बंधक बना 20 दिनों तक करता रहा भाभी के साथ बलात्कार

पीड़िता के अधिवक्ता शमशेर अली की मज़बूत पैरवी के चलते कोर्ट ने दिए मुकदमा दर्ज़ करने के आदेश, ज्वालापुर का मामला...

हरिद्वार। ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र निवासी महिला के साथ उसके देवर के द्वारा बंधक बना कर बलात्कार करने का मामला सामने आया है। आरोपी पीड़िता को उसके पति का एक्सीडेंट होने की बात कह कर पहले उसको अपने साथ ले गया फिर बीस दिनों तक उसका बलात्कार करता रहा। पीड़िता द्वारा मामले की शिकायत ज्वालापुर पुलिस से की गई। जिसके बाद कार्रवाई न होने पर उसने कोर्ट मे प्रार्थना पत्र दाखिल किया। वही, पीड़िता के अधिवक्ता शमशेर अली की मज़बूत पैरवी के चलते तृतीय अपर सिविल जज हरिद्वार प्रिया शाह द्वारा मामले को संगीन प्रवर्ती का मानते हुए मुकदमे के आदेश जारी किए गए।

फ़ाइल फोटो।

जानकारी के अनुसार ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के कस्साबान निवासी महिला ने कोर्ट मे प्रार्थना पत्र दाखिल कर बताया कि बीते 01 अक्टूबर 2023 को 11:30 बजे उसके फ़ोन पर उसके देवर जीशान निवासी कस्साबान का फ़ोन आया और उसने कहाँ तुम्हारे पति का एक्सीडेंट हो गया है, वह अस्पताल मे एडमिट है। जीशान ने महिला को अपने साथ हॉस्पिटल ले जाने की बात कही जिस पर विश्वास करते हुए महिला अपने सवा साल के बच्चे को लेकर उसके साथ चली गई। हरिद्वार पहुंचने पर आरोपी देवर ने पीड़िता को कहाँ कि तुम्हारे पति का एक्सीडेंट नहीं हुआ है। जिसके बाद महिला ने नाराज़गी जताते हुए विरोध किया तो जीशान ने उसके साथ मारपीट करते हुए उसके बच्चे को जान से मार मे की धमकी दी। आरोप है कि जीशान उसको गायत्री विहार कॉलोनी मे ले गया और 20 दिनों तक लगातार उसके साथ बलात्कार करता रहा जब महिला ने उसका विरोध किया तो वह गाली-गलोच करते हुए उसके साथ मारपीट करता और उसके बच्चे को जान से मारने की धमकी देता। 7 नवंबर को पीड़िता कमरे का ताला तोड़ वहा से अपने घर भाग गई। जिसके बाद यह बात ज़ब उसके देवर को पता चली तो उसने उसके घर मे घुस कर मारपीट भी की।

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पीड़िता द्वारा मामले की शिकायत ज्वालापुर पुलिस को की गई। मामले की सुनवाई ना होने के चलते उसके द्वारा कोर्ट मे पत्र दाखिल किया गया। वही, पीड़िता के अधिवक्ता शमशेर अली की मज़बूत पैरवी के चलते तृतीय अपर सिविल जज हरिद्वार प्रिया शाह द्वारा मामले को संगीन प्रवर्ती का मानते हुए मुकदमे के आदेश जारी किए गए।

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