हूटर के साथ नीली-लाल बत्ती लगाने वाले फर्जी वीआईपी की पुलिस ने निकाली हेकड़ी

हरिद्वार: नीली व लाल बत्ती का प्रयोग यूं तो आमतौर पर वीआईपी लोगों द्वारा या प्रशासनिक अधिकारियों व मुख्य रूप से पुलिस के द्वारा किया जाता है बता दें नीली व लाल बत्ती के प्रयोग को लेकर उत्तराखण्ड शासन द्वारा एक लंबी चौड़ी अधिसूचना जारी की गई है जिसमें सरकारी गाड़ियों में हूटर लगाए जाने को लेकर भी जानकारी दी गई है। साथ ही यह भी बताया गया है की जिस गाड़ी पर नीली व लाल बत्ती लगी हुई है यदि वह महत्वपूर्ण व्यक्ति को लेकर नही जा रही है तो उसे काले कपड़े से ढका जाना आवश्यक होगा। मगर वहीं दूसरी ओर नियम कानूनो को ताक पर रखने वाले कुछ दबंगो द्वारा हूटर व नीली -लाल बत्ती का प्रयोग जमकर किया जा रहा है। बता दें की इन्ही दबंगो पर बुधवार को चमोली पुलिस द्वारा शिकंजा कसते हुए एक आरोपी पर चलानी कार्यवाही की गई। ट्रै
फिक इंस्पेक्टर चमोली प्रवीण आलोक द्वारा बताया गया की उनको सूचना मिली थी की एक व्यक्ति द्वारा प्राइवेट गाड़ी में हूटर व लाल – नीली लाइट लगाकर आमजन पर रौब गालिब करने का काम किया जा रहा है जिसको चमोली पुलिस द्वारा चलाए जा रहे चैकिंग अभियान में रोक कर आरोपी पर चलानी कार्यवाही की गई साथ ही भविष्य में ऐसी गलती न करने की हिदायत भी दी गई है।ज
जनपद हरिद्वार में भी बढ़ रहा प्राइवेट वाहनों पर नीली-लाल लाइट लगाने का चलन
बता दें की जनपद हरिद्वार में भी प्राइवेट वाहनों पर यें नीली व लाल लाइटों को लगाने का चलन आजकल ट्रेंड में है। जानकारी के अनुसार ये लोग प्राइवेट वाहनों में नीली व लाल लाइट लगा आमजन पर रौब गालिब करने का काम करते है। वहीं अब देखने की बात ये है की हरिद्वार ट्रैफिक पुलिस द्वारा कब इन दबंगो का पर काटने का काम किया जाता है और आमजन को होने वाली इस समस्या को दूर किया जाता है।