यमनोत्री हाईवे पर प्रदेश की सबसे लंबी टनल का हिस्सा गिरा, टनल में फंसी 3 दर्जन से अधिक जिंदगी
उत्तरकाशी: जहाँ एक देशभर में राष्ट्रीय पर्व को लेकर खुशियां मनाई जा रही है वंही दूसरी ओर उत्तराखंड के जनपद उत्तरकाशी से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल ऑल वेदर रोड़ के तहत उत्तरकाशी के यमनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा से डंडा गाँव के लिए बनाई जा रही प्रदेश की सबसे लंबी टनल का कुछ हिस्सा जा गिरा जिस कारण टनल में काम करने वाले लगभग 40 से ज्यादा मजदूर टनल के अंदर ही फंस गए। खबर प्रदेश भर में आग की तरह फैल गई आलाधिकारियों ने मौके का रुख किया और एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर बुलाया गया जिसके बाद बचाव का कार्य शुरू किया गया मगर अभी तक किसी मजदूर का कुछ पता नही चल पाया। दर्जनों जिंदगी टनल में फंस जाने से खुशी का माहौल गमगीन हालातों में बदल गया है।
बता दें कि सुरंग का निर्माण कार्य इन दिनों अंतिम चरण पर चल रहा है सुरंग कुल लंबाई 4.5 किलोमीटर है। चार किमी हिस्से की लभभग खोदाई का कार्य पूरा हो चुका है। यमुनोत्री राजमार्ग पर पर सिलक्यारा और पौलगांव के बीच लगभग 853 करोड़ की लागत से बन रही इस 4.5 किमी लंबी अत्याधुनिक सुरंग के निर्माण में 800 से अधिक श्रमिक कार्य मे दिन-रात जुटे हैं। उम्मीद थी कि फरवरी 2024 तक सुरंग आर-पार हो जाएगी। इसके निर्माण से गंगोत्री और यमुनोत्री के बीच की दूरी तो 25 किमी कम होगी ही, साथ ही समय भी 50 मिनट बचेगा। साथ ही उत्तरकाशी जिले की रवाई घाटी को राड़ी टाप में शीतकालीन में बर्फबारी से मार्ग बंद होने की समस्या से भी निजात मिलेगी। रवाई घाटी में करीब दो लाख की आबादी निवास करती है। वर्ष 2019 में सात जनवरी से नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लि. ने इस डबल नेशनल हाईवे एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड ( एनएचआइडीसीएल) की देखरेख में यमुनोत्री हाईवे पर इस सुरंग का निर्माण न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (एनएटीएम) से किया जा रहा है।