बदहाली: वार्डों में ठप पड़ा डोर-टू-डोर कलेक्शन, सड़कों पर सजे कूड़े के ढेर, नालियां भी कूड़े से अटी!
अनुबंधित कंपनी पर निगम की मेहरबानी के चलते दिन-प्रतिदिन बदहाल हो रही शहर की सफाई व्यवस्था...

हरिद्वार। ज्वालापुर में पिछले कई महीनों से सफाई व्यवस्था बदहाल है। वार्डों में डोर-टू-डोर कलेक्शन नहीं होने के चलते सड़कों व चौराहो पर ही कूड़े के ढेर सजे रहते है। बदहाली का मुख्य कारण अनुबंधित कंपनी के पास संसाधनों की कमी है। साथ ही पिछले कई माह से कंपनी के खिलाफ मिल रही शिकायत के बाद भी नगर निगम के अफसर चुप्पी साधे है। ना तो कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में लाई जा रही ना ही व्यवस्था को सुधारने की ओर ध्यान दिया जा रहा। जिस कारण कंपनी भारी भुगतान प्राप्त करने के बाद भी मानदंड के अनुसार कार्य करने में विफल साबित हो रही है।

गौरतलब है कि नगर निगम द्वारा ईकान वाटरग्रेस कंपनी को ज्वालापुर के वार्डों से कूड़ा उठान और निस्तारण को लेकर अनुबंध किया हुआ है। वार्डों से कूड़ा उठान और निस्तारण के लिए नगर निगम कंपनी को मोटा भुगतान देता है। अनुबंध के अनुसार कार्य के लिए संसाधन भी कंपनी के ही तय किए गए है। जिसका भुगतान भी निगम ही क़र रहा है।

इसके बावज़ूद भी कंपनी संसाधन के नाम पर भुगतान प्राप्त करने के बाद भी संसाधन नहीं बढ़ा रही है। जिस कारण शहर में समय से कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। साथ ही कई वार्डों में डोर-टू-डोर कलेक्शन नहीं पा रहा है। वार्ड नंबर 37 कोटरवान में पिछले दो दिन से कूड़ा कलेक्शन नहीं हो सका। कंपनी का कहना है कि डोर टू डोर कलेक्शन के लिए आने वाला वाहन ख़राब है।

इसके साथ ही वार्ड 49 के मौहल्ला कोटनिफ़्स में सप्ताह में एक बार ई-रिक्शा आता है। जिस कारण मौहल्लेवासी सड़क पर कूड़ा डालने को मज़बूर है। अहतेशाम, असद, शाहीद, अरमान ने बताया कि पिछले एक वर्ष से यही हालात है सप्ताह में एक दिन ही कूड़ा गाड़ी आती है। कई बार इस संबंध में सफाई निरीक्षक व अन्य अधिकारियों को बताया गया है लेकिन व्यवस्था ज्यों की त्यों है।

वार्ड 36 और वार्ड 48 में भी कई जगह कूड़े के ढेर सजे है। ज़ब इस संबंध में ईकान वाटरग्रेस कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर से बात करना चाहा तो उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया। वहीं सहायक नगर आयुक्त ऋषभ उनियाल ने बताया कि समस्या को दिखवा लेते है। इसके लिए में कंपनी कर्मचारियों को बोलता हूं।