उपलब्धि: तीरंदाज़ प्रतियोगिता में अंशुल व आरव ने पुरुस्कार जीत बढ़ाया राज्य का मान
मंडी सचिव लवकेश गिरी व समाजसेवी अनुपमा के पुत्र-पुत्री है दोनों होनहार...
हरिद्वार। लखनऊ में आयोजित पंद्रहवीं राष्ट्रीय इनडोर फील्ड आर्चरी प्रतियोगिता में अंशुल गिरी ने प्रदेश और अपने परिजनों का नाम रोशन किया। अंशुल ने तीरंदाजी प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता। वह पूर्व में अन्य कई राज्यों में खेल कर मेडल हासिल कर चुकी है। वही अमृतसर में आयोजित नेशनल तीरंदाजी में आरव गिरी ने गोल्ड मेडल जीता। उन दोनों के तीरंदाज बनने के पीछे पिता लवकेश गिरी व माता अनुपमा गिरी का संघर्ष भी जुड़ा हुआ है। इन प्रतियोगिताओं में कई राज्यों के प्रतियोगियों ने भाग लिया। जिसमें जनपद के इन होनहार खिलाड़ियों ने अपनी कलां से सबका दिल जीत लिया।
गौरतलब है कि पंद्रहवीं राष्ट्रीय इनडोर फील्ड आर्चरी प्रतियोगिता का उद्घाटन लखनऊ स्थित सेठ एम. आर. जयपुरिया स्कूल के गोयल कैम्पस में हुआ। जिसमें 22 राज्यों के लगभग 1800 प्रतियोगियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में हरिद्वार की होनहार छात्रा अंशुल पुत्री अनुपमा गिरी निवासी मंडी समिति ज्वालापुर ने प्रतिभाग किया। जिसमें अंशुल ने प्रतियोगिता में कास्य पदक जीत कर परिजनों व राज्य का नाम रोशन किया।
इसके साथ ही आरव गिरी पुत्र अनुपमा गिरी ने पंजाब के अमृतसर में नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। जहां 10 वर्षीय आरव ने तीरंदाजी प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल किया। यह दोनों खिलाडी क़ृषि मंडी समिति के सचिव लवकेश गिरी के पुत्र और पुत्री है। अंशुल पूर्व में भी गोवा और पुणे (महाराष्ट्र) से नैशनल तीर अंदाजी खेलकर गोल्ड मैडल जीत चुकी है। दोनों ही खिलाड़ियों ने परिजनों सहित प्रदेश का नाम रोशन किया है। उनकी माता अनुपमा गिरी भी सामाजिक कार्यों में जुटी रहती है। वह मुलरूप से बहादराबाद के ग्राम दौलतपुर निवासी है।