सेनेटरी इंस्पेक्टरो के आगे नतमस्तक प्रदेश का शहरी विकास विभाग, नियम कानूनो को ताक पर रख काट रहे मौज

हरिद्वार: आदर्श आचार संहिता से पहले जहां प्रदेश भर के हर एक महकमे में तबादलों का दौर जमकर चला है वहीं दुसरी ओर शहरी विकास विभाग की बात करें तो मानों तबादलों की फाइल पता नहीं किस ठंडे बस्ते में जा पहुंची है। यही कारण है हरिद्वार नगर निगम में तैनाती पाने वाले सफाई निरीक्षकों की कुर्सी पर मानों फेवीकोल सा जा लगा है। जो एक बार कुर्सी पर बैठता है उठ ही नहीं पता है जिस कारण किसी को छः साल तो किसी को सात साल हो चुके है जबकि कुछ तो ऐसे है जिन्होंने तैनाती के बाद से दूसरा जिला देखा तक ही नहीं है जबकि जिन्हे दूसरा जिला मिला भी था तो वो अपनी अच्छी पहचान के कारण अटैचमेंट के साथ हरिद्वार आ पहुंचे थे खैर अब इसमें उसकी क्या गलती है जिसकी चलती है लेकिन गलती तो उनकी भी नही जिनकी चलती नही। बताया जाता है कि लगभग 10-10 साल हरिद्वार नगर निगम में पूरे करने वाले इन सेनेट्री इंस्पेक्टरों की सांठ गांठ अच्छी होने के चलते ये तबादला प्रकिया को ठेंगा दिखाते नजर आ रहें है। खैर देखना तो अब यह है कि भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड के बड़े बड़े दावे करने वाली धामी सरकार इन अधिकारियों को कब दूसरे जिले का मुंह दिखाती है या यें यूही तबादला प्रक्रिया का मुंह चिढ़ाते रहेंगे।