सेकंड अफसर बने वरिष्ठ दरोगाओं को मिलेगी कुर्सी,पीएचक्यू से आदेश जारी!
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हरिद्वार। प्रदेश पुलिस का मुखिया बनते ही अभिनव कुमार ने अपनी चिर परिचित कार्यशैली में महकमें को संचालित करना शुरू कर दिया है। अभिनव कुमार की कार्यशैली से पुलिस के साथ-साथ आमजन तथा पत्रकार भी वाकिफ है। अभिनव कुमार की गिनती ऐसे आईपीएस अधिकारियों में होती है जो बिना किसी दबाव के काम करने वाले अवसर माने जाते हैं। ताजा मामला भी इसी से जुड़ा है, जिसमें अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन एपी अंशुमन ने प्रदेश के समस्त एसपी,एसएसपी और एसपी रेलवे को पत्र जारी कर कहा है कि देखने में आ रहा है थाना प्रभारी की नियुक्ति के दौरान वरिष्ठता व पुलिस नियमावली के प्रावधानों को दरकिनार कर नियुक्ति की जा रही है, जिस कारण योग्य निरीक्षक और उप निरीक्षकों की योग्यता के साथ-साथ उनके मनोबल पर भी गहरा असर पड़ रहा है। एडीजी कार्मिक द्वारा जारी आदेश के अनुसार थाना प्रभारी की नियुक्ति के दौरान निरीक्षक/ उप निरीक्षक की वरिष्ठ तथा पुलिस नियमावली के प्रावधान का पालन करते हुए ही नियुक्ति की जाए। पुलिस मुख्यालय से जारी एडीजी कार्मिक के इस पत्र से कार्यालय तथा थाने में सेकंड अफसर बनकर नौकरी कर रहे वरिष्ठ उपनिरीक्षक और निरीक्षकों को अब कुर्सी मिलने की आस जगी है। जनपद के थाना कोतवालियों में ऐसे दरोगाओं की भरमार है जो थाने में सबसे वरिष्ठ दरोगा होने के बावजूद सेकंड अफसर बनकर नौकरी कर रहे हैं, तो उनसे कहीं जूनियर दरोगा चौकी इंचार्ज और एसएसआई का पदभार संभाले हुए हैं। लेकिन अब अभिनव कुमार के प्रदेश पुलिस मुखिया बनने के बाद ऐसे पुलिस अधिकारियों के साथ न्याय होता नजर आ रहा है।