बिजली चोरी का मुकदमा ना लिखने की एवज मे 4 हज़ार की रिश्वत लेते दरोगा बाबू गिरफ्तार, पुलिस महकमे मे नहीं कम हो रही रिश्वतखोरी की रफ़्तार
एडीजी विजिलेंस के नेतृत्व मे भ्रष्ट कर्मचारियों क़ो सलाखों के पीछे पहुंचाने मे लगी विजिलेंस टीम, अब तक कई जा चुके जेल...
उधमसिंहनगर। विजिलेंस द्वारा दरोगा क़ो बिजली चोरी के मामले मे चार हज़ार रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मुकदमा न लिखने की बात कहते हुए पीड़ित से 4 हज़ार की रिश्वत मांग रहा था। विजिलेंस द्वारा आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ कर जेल भेज दिया गया है। एडीजी विजिलेंस द्वारा ट्रैप टीम क़ो इनाम से भी नवाज़ा है।

जानकारी के अनुसार उधमसिंहनगर के थाना कैलाखेड़ा निवासी शिकायतकर्ता द्वारा पडोसी के यहां से बिजली चोरी की जा रही थी। जिसको विधुत विभाग द्वारा पकड़ लिया गया और जुर्माना कर मुकदमे की कार्रवाई के लिए मामले क़ो थाने भेज दिया गया। थाने मे तैनात उपनिरीक्षक मोहन सिंह बोरा द्वारा मुकदमा न लिखने की एवज मे शिकायतकर्ता से चार हज़ार रूपए रिश्वत मांगी गई।

जिसके बाद उसके द्वारा मामले की शिकायत सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर नैनीताल, हल्द्वानी को की गई। जिसके बाद विभाग द्वारा ट्रैप टीम तैयार कर मंगलवार क़ो आरोपी दरोगा मोहन सिंह बोहरा क़ो चार हज़ार रूपए रिश्वत लेते हुए थाने से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार दरोगा क़ो कोर्ट मे पेश कर जेल भेज दिया गया है। एडीजी विजिलेंस वी. मुरुगेशन द्वारा ट्रैप टीम क़ो इनाम से भी नवाज़ा गया है।
वहीं दूसरी ओर कप्तान द्वारा मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपी दारोगा को निलंबित कर दिया है।