उत्तराखंडहरिद्वार

हजरत अली की विलादत की रस्म खुलूस के साथ की अदा।

हरिद्वार। ज्वालापुर हाईवे पर कन्या गुरुकुल परिसर के समीप दरगाह अमीर शाह रह.(गढी वाले पीर बाबा) पर मिशन-ए-अहलैबेत अलै. कमेटी की ओर से शेर-ए-खुदा हजरत अली अ.स., ख्वाजा गरीब नवाज सैय्यदना हजरत मोइनुद्दीन चिश्ती (र.अ) की यौमे विलादत अकीदत और खुलूस के साथ मनाई गई। फातिहाख्वानी कर मुल्क की खुशहाली और अमन चैन की दुआएं मांगी गई। देर रात तक चली महफिल में हजरत अली की शान में मनकबत व कलाम पेश किए गए। इससे पहले लंगर वितरित किया गया।


बुधवार की रात हजरत अली अ.स.,ख्वाजा गरीब नवाज सय्यदना हजरत मोइनुद्दीन चिश्ती(र.अ) की यौमे विलादत पर हुए कार्यक्रम में फातिहाख्वानी कर सभी को लंगर तकसीम किया गया। हाजी हाफिज अब्दुल वहीद कादरी ने मुल्क में खुशहाली, अमन-चैन की दुआ कराई। असलम, मुकर्रम,ने हजरत अली की शान में कलाम पेश किए। हजरत सैय्यद वकार अली मिया साहब ने अकीदमंदों को ताकीद करते हुए बताया कि पहले इमाम हजरत अली की पैदाइश इस्लामिक कैलेंडर की तारीख 13 रजब को सऊदी अरब के प्रसिद्ध शहर मक्का में काबे के अंदर जुमे के दिन हुई थी।
बताया कि इमाम के बहुत से मशहूर लकब हैं। मोहम्मद साहब ने फरमाया है कि मैं इल्म का शहर हूं और अली उसका दरवाजा है। जिसको भी इल्म हासिल करना है, उसके दिल में अहलेबैत की मोहब्बत होनी चाहिए। मौला अली की हालाते जिंदगी और उनके नेक कामों से हर इंसान को हिदायत लेनी चाहिए। इस दौरान मिशन- ए-अहलैबेत अलै0 कमेटी के खलीफा शाहरुख मंसूरी, अब्दुल कादिर मंसूरी, मुहम्मद शोएब मंसूरी वासीफ शेख साबरी, मुहम्मद तालिब ख्वाजा आदि शामिल रहे।

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