हरिद्वार।कनखल थाना पुलिस को मिली बड़ी सफलता 24 घंटे में ब्लाइंड मर्डर गुत्थी सुलझाते हुए महंत की हत्या कर शव को गांग में फेंकने वाले मास्टरमाइंड फर्जी बाबा सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। 2 आरोपियों की तलाश जारी है।
एसएसपी ने पुलिस टीम को 5 हजार रूपए इनाम की घोषणा की है।हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने शनिवार को रोशनाबाद पुलिस कार्यालय में प्रेस वार्ता कर कनखल थाना स्थित आश्रम के महंत की हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि शुक्रवार को 17 रुद्रानन्द पुत्र श्यामलहरी गिरी निवासी रायवाला गौरी गीता आश्रम बिरला मन्दिर देहरादून द्वारा महन्त गोविन्द दास शिष्य बिशम्बर दास महाराज निवासी श्रद्धा भक्ति आश्रम ज्ञानलोक कॉलोनी कनखल हरिद्वार ने शिकायत देकर बताया कि 15 जून को धर्म प्रचार के लिए आश्रम से राजस्थान गए थे जो आज तक जाना वापस नहीं लौटे कनखल पुलिस ने महंत की गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। मामला महंत के लापता होना पुलिस हजम नहीं हुआ। पुलिस ने आश्रम के कार्यकर्ता मनीष नंद शोभित वह गुमशुदा महंत के परियों से पूछताछ हा करने पर पता चला कि जून से आश्रम में एक नया बाबा बैठा है जिसे पहले कभी नहीं देखा। पुलिस नए बाबा रामगोपाल नाथ से शक्ति से पूछताछ करने पर घटना से पर्दा उठ गया महंत की हत्या होना बताया और मुख्य आरोपियों के नाम सामने आए। पुलिस ने चारों आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद पूछताछ की तो महंत की हत्या का मास्टरमाइंड अशोक निकाला आरोपी अशोक ने बताया कि महंत की करोड़ की संपत्ति फड़कने के लिए महंत राम गोविंद दास हत्या कर दी है। ऐसे रची महंत की हत्या की साजिश सभी दोस्तों ने प्लान के मुताबिक सबसे पहले आश्रम में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे हटा दिए और मौका देखकर दिनांक 01 जून 2024 को महंत राम गोविंद दास को पहले नशे के इंजेक्शन लगाकर मूर्छित कर गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने कट्टे में रखे शव को किराए की स्कूटी की मदद से ले जाकर गंगा नदी में फेंक दिया।
कनखल थाना अध्यक्ष मनोज नौटियाल ने बताया कि घटना का मास्टरमाइंड अशोक फरवरी माह 2024 में आश्रम में आया था जो कपड़े बेचने के लिए आश्रम एवं आसपास इलाकों में आता था और कभी-कभी एक या दो दिन के लिए आश्रम में रूक जाया करता था वहीं से इसकी बाबा से मुलाकात हो गई। ये आश्रम के बाबा को 2021 से जानता था। इसी कारण लगभग 3 माह आश्रम में रुक कर गया था। मुख्य आरोपी अशोक समय-समय पर अपने दोस्त ललित, सौरभ व प्रदीप को आश्रम में बुलाता रहता था। इस दौरान इनके द्वारा आश्रम की पूरी जानकारी, महंत का उत्तराधिकारी न होने व शहर के बीचोंबीच स्थित आश्रम की बेशकीमती संपत्ति के बारे में गहनता से जानकारी इकट्ठा कर अशोक वापस गया और अपने साथियों ललित, सौरभ व प्रदीप के साथ षड़यंत्र रचते हुए महंत को रास्ते से हटा पूरी की पूरी बेशकीमती संपत्ति पर कब्जा कर मोटा मुनाफा कमाने का कुटिल प्लान बनाकर हत्या कर दी हत्या के बाद फर्जी बाबा को आश्रम में बैठक सभी को आश्रम से जुड़े ने सेवादारों व महंत के परिचितों को यह कहकर गुमराह किया महंत जी धर्म प्रचार के लिए अयोध्या गए हैं वह आश्रम की देखभाल नए बाबा को सौंप कर गए हैं। मृतक महंत के बैंक अकाउंट चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक से लगभग 10 लाख की रकम भी हड़प चुका था इसके बाद अब लाखों की FD कैश करने की फिराक में घूम रहा था। आरोपी अशोक आश्रम को बेचने के लिए संजीव त्यागी प्रॉपर्टी डीलर से मिलकर महंत के वह बहुत जाली हस्ताक्षर कर फर्जी वसीयतनामा तैयार किया और संजीव त्यागी द्वारा पूरी जानकारी होने के बाद भी मुनाफा कमाने के चक्कर में आरोपियों का साथ दिया। 10 करोड़ में चल रही थी आश्रम को बेचने की तैयारी। पुलिस ने चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
अशोक कुमार पुत्र रघुवीर सिंह म०नम्बर 57 गली नम्बर 02 दुर्गापुरी एक्टेन्शन शहादरा थाना ज्योतिनगर दिल्ली, ललित पुत्र दिनेश शर्मा निवासी पृथ्वी विहार नियर एफसीआई गोदाम मेरठ रोड थाना 32 सेक्टर करनाल, संजीव कुमार त्यागी पुत्र शरदचन्द निवासी मुण्डेत थाना मंगलौर हरिद्वार, योगी रामगोपाल नाथ उर्फ गोपाल सिहं पुत्र स्व० मनफूल सिहं निवासी ग्राम कोहरा थाना सजेती तहसील घाटमपुर जिला कानपुर नगर 78 उ0प्र0
पुलिस टीम में,
सीओ सिटी जूही मनराल थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल, उ0 नि0 चरण सिहं चौहान , ASI मुकेश राणा,का0,सतेन्द्र रावत,का0,उमेद सिंह,का0 जितेंद्र राणा,का0 संजू सैनी,का0 उमेश (CIU), का0 वसीम (CIU) शामिल रहे हैं।