भेल में हादसे की आड़ में हरे-भरे पेड़ों पर भी चला दी आरियां!
गिरासू पेड़ों के नाम पर हरे भरे पेड़ भी काट डाले...

हरिद्वार। बीएचईएल में पिछले दिनों हुए हादसे के बाद गिरासू पेड़ों को काटने की आड़ में हरे भरे पेड़ों पर भी आरियां चला दी गई। लगातार सैकड़ो पेड़ों को भेल प्रशासन ने कटवा दिया। जिसको लेकर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में काटे गए पेड़ों में ऐसे भी पेड़ों का सफाया कर दिया गया, जो बिल्कुल हरे भरे थे। ऐसे में इन पेड़ों के कटने से पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचेगा। वहीं भेल प्रशासन के कारनामें से पर्यावरणविदों में भी भारी रोष है।
बीते चार फरवरी को बीएचईएल में भगत सिंह चौक से पहले गांधी पार्क के पास एक विशालकाय पेड़ गिर जाने से दो स्कूटी सवार बहनें चपेट में आ गई थी। एक युवती की मौत हो गई थी, जबकि दूसरी गंभीर रूप से घायल हो गई थी। इस हादसे के बाद जब सवालों के घेरे में भेल प्रशासन आया तो उन्होंने वन विभाग पर गिरासू पेड़ों की अनुमति नहीं देने का ठीकरा फोड़ दिया था। इसके कुछ दिन बाद वन विभाग ने अनुमति दी। इसके बाद पेड़ों की कटाई शुरू कर दी गई।
भेल मध्य मार्ग पर खड़े जर्जर पेड़ों को काटा जा रहा है। कटाई के दौरान गिरासू पेड़ों की आड़ में ऐसे पेड़ों पर भी आरियां चला दी गई जो बिल्कुल स्वस्थ और हरे-भरे थे। जिससे पर्यावरणविदों में रोष पैदा हो रहा है। भेल प्रशासन की पर्यावरण के विरुद्ध इस कार्रवाई से तमाम सवाल खड़े हो रहे है। आखिर हरे-भरे पेड़ों को काटने की भेल प्रशासन को क्या जरूरत थी।