खबर का असर: टेंडर के नाम पर चल रहे भ्रष्टाचार के खेल पर लगी ब्रेक, पूर्व में तैनात एक मंडी निरीक्षक व भ्रष्ट अधिकारियो के मनसूबो पर फिरा पानी!
तेजतर्रार कार्यशैली व ईमानदार छवि से प्रसिद्ध मंडी प्रशासक कुशुम चौहान के सख़्त तेवर के चलते चहेते ठेकेदार क़ो दिया गया टेंडर निरस्त...
हरिद्वार। क़ृषि उत्पादन मंडी समिति ज्वालापुर मे चल रहे भ्रष्टाचार के खेल पर रोक लगाते हुए एक चहेते ठेकेदार क़ो दिए गए टेंडर क़ो निरस्त कर दिया गया है। मंडी परिषद की प्रशासक कुसुम चौहान द्वारा बिना कागजी प्रक्रिया पूर्ण हुए ही टेंडर दिए जाने के मामले क़ो स्वयं संज्ञान लेते हुए यह कार्रवाई की गई है। तेजतर्रार कार्यशैली से पहचाने जाने वाली नगर मजिस्ट्रेट/प्रशासक कुसुम चौहान की सख्ती से भ्रष्टाचार में सम्मिलित अधिकारियों के मनसूबो पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
गौरतलब है कि बीते 22 फरवरी क़ो क़ृषि उत्पादन मंडी समिति ज्वालापुर द्वारा सफाई कार्य तथा कैंटीन के टेंडर आमंत्रित किए गए थे। जिसमे एक चहेते ठेकदार क़ो दुबारा टेंडर दिए जाने की मंशा के चलते पहले कुछ नई शर्ते रखी गई थी जिस से कोई नया व्यक्ति यह टेंडर न ले सके। इसके साथ ही बिना कागजी प्रक्रिया पूर्ण हुए सफाई का ठेका भी दे दिया गया था। मामले मे पूर्व मे क़ृषि मंडी मे तैनात एक भ्रष्टाचारी मंडी निरीक्षक की भूमिका चर्चाओ मे थी। उसी की कारगुज़ारी के चलते बेहद जल्दबाजी व समय से पहले यह टेंडर निकाला गया था। वही, मामला जानकारी मे आने के बाद नगर मजिस्ट्रेट/प्रशासक कृषि मंडी उत्पादन ज्वालापुर कुसुम चौहान द्वारा स्वयं संज्ञान लेकर अवैध रूप से हुए टेंडर क़ो निरस्त कर दिया गया है। अपने तेजतर्रार अंदाज व ईमानदार कार्यशैली के चलते कुसुम चौहान की सख़्ती के सामने मंडी परिषद क़ो लाखो का नुक्सान पहुंचाने वाले भ्रष्ट अधिकारियों के मनसूबो पर पानी फिरता नज़र आया।