धर्मनगरी मे अधर्म: कलयुगी माँ के हाथों लाखो मे बिका नवजात, दाई और आशा का निकल क़र आया रोल!
जिला बाल कल्याण समिति व बाल सरंक्षण आयोग के मुँह पर तमाचा है बच्चे के सौदे की घटना, सौदेबाज़ी की ऑडियो वायरल...
हरिद्वार। दुनिया में मां के प्यार को सबसे ऊपर माना जाता है और कहा जाता है कि मां अपने बच्चे के लिए पूरी दुनिया से अकेले लड़ने की हिम्मत रखती है। लेकिन जनपद के ज्वालापुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने मां की ममता को कटघरे में खड़ा कर दिया है।जानकारी के अनुसार दाई और आशा के झांसे में आई एक कलयुगी माँ ने चार लाख रुपए लेकर अपने कलेजे के टुकड़े नवजात का ही सौदा क़र दिया। ज़ब पैसों की बात खुली तो बच्चा बेचने वाली महिला के पति व बिकवाने वाली एक दायी मे विवाद हो गया। जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। नवजात का सौदा होने कि यह घटना उन तमाम गैर सरकारी संगठनों की भूमिका पर सवाल खड़ा करती है जो बचपन बचाने का दावा करते हुए अनुदान के रूप में सरकार से प्रतिवर्ष लाखों रुपए डकार रहे हैं।
बच्चों को सामाजिक सुरक्षा सहित बच्चों की अन्य समस्याओं पर दृष्टि रखने के लिए राष्ट्रीय स्तर तथा राज्य स्तर पर बाल संरक्षण आयोग सहित जनपद में बाल कल्याण अधिकारी की तैनाती की गई है इस प्रकार नवजात का सौदा होना इस देवभूमि के लिए बड़ी घटना माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार जनपद के ज्वालापुर निवासी एक माँ ने अपने बच्चे का सौदा 4 लाख मे एक दायी व आशा के माध्यम से दलाल के हाथों क़र दिया। जिसके बाद दायी ने उस बच्चे को दलाल के साथ मिलकर 10 लाख मे आगे बेच दिया। ज़ब माँ को पता चला तो उसने अपने बच्चे को वापस माँगा। लेकिन वापसी के नाम पर दायी बिखर गई और बच्चे की माँ से 10 लाख की डिमांड करने लगी। जिसके बाद से मामला चर्चा मे आ गया। दायी की रिकॉर्डिंग भी सामने आयी है। जिसमे लेनदेन को लेकर दायी और नवजात के पिता मे विवाद हो रहा है और पिता अपने बच्चे की वापसी की मांग क़र रहा है। पुरे घटनाक्रम में एक आशा का नाम भी निकल क़र सामने आ रहा है।