उत्तराखंड पुलिस की बड़ी सफलता : करोड़ों की ठगी कर फरार हुए मास्टरमाइंड को दुबई से दबोचा

उत्तराखण्ड पुलिस की सीबीसीआईडी ने इंटरपोल और सीबीआई के सहयोग से एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए लंबे समय से फरार चल रहे वांछित अभियुक्त जगदीश पुनेठा को दुबई (यूएई) से प्रत्यर्पित कर भारत ला लिया है। अभियुक्त पर करोड़ों की धोखाधड़ी, फर्जी निवेश योजनाओं के माध्यम से लोगों को ठगने और संगठित गिरोह चलाकर अवैध आर्थिक लाभ कमाने के गंभीर आरोप हैं।
मामला ऐसे पहुंचा अंतरराष्ट्रीय स्तर तक
पिथौरागढ़ निवासी वादी लीलाधर पाटनी की शिकायत पर 2021 में जगदीश पुनेठा, ललित पुनेठा, चन्द्र प्रकाश पुनेठा और पंकज शर्मा के खिलाफ पिथौरागढ़ कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुई थी। निवेश का झांसा देकर ₹8 लाख की ठगी के मामले में विवेचना के बाद ललित पुनेठा और पंकज शर्मा को गिरफ्तार कर आरोप पत्र कोर्ट भेजा गया, जबकि लगातार फरार रहने पर जगदीश पुनेठा के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई कर 04 जुलाई 2024 को मफरूरी में चार्जशीट दाखिल की गई।
जगदीश पुनेठा पर पिथौरागढ़ और जाजरदेवल थानों में शेयर बाजार, निर्मल बंग कमोडिटी, रॉयल पैंथर प्रा. लि., मात्रछाया आभूषण प्रा. लि. सहित कई संस्थाओं के नाम पर निवेश कराकर लोगों से धोखाधड़ी करने के कई मुकदमे दर्ज हैं। इस संगठित आपराधिक गतिविधि को देखते हुए 16 जनवरी 2023 को उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया था।
अभियुक्त की गिरफ्तारी पर वर्ष 2022 में ₹50,000 का इनाम भी घोषित किया गया था।
सीबीसीआईडी की विवेचना में बड़ा खुलासा
सीबीसीआईडी हल्द्वानी के निरीक्षक प्रताप सिंह नेगी द्वारा की जा रही जांच में यह सामने आया कि जगदीश पुनेठा और उसके सहयोगियों ने अब तक लगभग ₹15.17 करोड़ की धोखाधड़ी की है। जांच में यह भी उजागर हुआ कि आरोपी ने ₹2.22 करोड़ से अधिक की अवैध चल-अचल संपत्ति अर्जित की।
दुबई में छिपा था आरोपी, इंटरपोल ने जारी किया RCN
पिथौरागढ़ पुलिस के तकनीकी व मैनुअल इनपुट के आधार पर पता चला कि आरोपी दुबई में छिपा हुआ है। इसके बाद सीबीसीआईडी उत्तराखण्ड ने सीबीआई के माध्यम से इंटरपोल से समन्वय कायम कर आरोपी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) जारी करवाया। अंततः कानूनी प्रक्रिया पूरी होने पर दुबई से उसे प्रत्यर्पित कर उत्तराखण्ड पुलिस की टीम भारत लाई।



