विरोध: विभिन्न मांगो को लेकर बामसेफ के आफसूट संगठनों ने मोर्चा खोल किया जेल भरों आंदोलन!
संविधान को ताक पर रखकर बनाए गए क़ानून मंज़ूर नहीं: राव फाजिल

रूडकी। बामसेफ के आफसूट संगठन भारत मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा, बहुजन क्रांति मोर्चा, राष्ट्रीय परिवर्तन मोर्चा, राष्ट्रीय मूल निवासी महिला संघ, राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा, इंडियन लॉयर एसोसिएशन आदि संगठनों के कार्यकर्ताओं के द्वारा अन्याय के खिलाफ, संविधान एवं संवैधानिक अधिकारों को बचाने के लिए, संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर अम्बेडकर एवं पैगंबर मौहम्मद साहब की शान में गुश्ताखी करने वालों के विरोध में, यूसीसी की आड़ में एससी/एसटी, ओबीसी एवं माइनॉरिटी के मौलिक अधिकारो का हनन करने वालों के विरोध में, वक्फ बोर्ड के खिलाफ कानून बनाने वालों के विरोध में, निजी कंपनियों में न्यूनतम मजदूरी अधिनियम के तहत वेतन न मिलने के विरोध में, निरस्त किए गए पट्टों के विरोध में, प्राइवेट स्कूल मालिकों के द्वारा प्रत्येक वर्ष दाखिले के नाम पर छात्रों के अभिभावकों को लूटने के विरोध में, महिलाओं के संवैधानिक मौलिक अधिकारों के हनन के विरोध में, सरकारी कर्मचारियों की पेंशन समाप्त करने के विरोध में और इन सारी समस्याओं की जड़ ईवीएम को बैन कराकर सभी चुनाव बैलट पेपर से कराने के लिए 9 अप्रैल 2025 को रविदास घाट से चलकर रुड़की उपजिलाधिकारी कार्यालय पर राष्ट्रव्यापी जेल भरो आंदोलन किया गया।
बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रदेश संयोजक भंवर सिंह ने मूल निवासी बहुजन समाज के आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि डीएनए के आधार पर ब्राह्मण विदेशी है और इसलिए ही ये विदेशी ब्राह्मण भारत के संविधान एवं भारत की मूलनिवासी प्रजा (एससी/एसटी, ओबीसी) के दुश्मन है। विदेशी ब्राह्मणों ने भारत के लोकतंत्र की हत्या करके ईवीएम से भारत की सत्ता पर नाजायज कब्जा जमा लिया है, यें विदेशी ब्राह्मण भारत के संविधान के साथ छेड़छाड़ कर भारत के मूल निवासियों के मौलिक अधिकारों का हनन कर लगातार संवैधानिक अपराध कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार मुगलों के द्वारा दी गई गाली हिंदू शब्द एक असंवैधानिक शब्द है। देश के मूलनिवासी एससी/एसटी, ओबीसी को षड्यंत्रकारी विदेशी ब्राह्मण असंवैधानिक हिन्दू शब्द के जाल में फंसाकर भारत के एससी/एसटी, ओबीसी को संवैधानिक मौलिक अधिकारों से लगातार वंचित कर रहे है। बाबा साहेब ने कहा था कि गुलाम को गुलामी का एहसास करा दो वो अपनी बेडियाँ स्वयं तोड़ देगा। इसलिए बामसेफ एवं भारत मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मूल निवासी महानायक माननीय वामन मेश्राम साहेब के नेतृत्व में भारत के मूल निवासियों (एससी-एसटी, ओबीसी एवं माइनॉरिटी) को जागरूक कर उन्हें षड्यंत्रकारी विदेशी ब्राह्मणों की गुलामी से आजाद कराने के लिए संकल्प बध है। इसके लिए 1 जुलाई 2025 को राष्ट्रव्यापी भारत बंद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक भारत के मूलनिवासी, विदेशी ब्राह्मणों की गुलामी से आजाद नहीं होंगे तब तक बामसेफ के आफसूट संगठनों के कार्यकर्ता लगातार जन आंदोलन कर देश व दुनिया को बताते रहेंगे।
वहीं राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राव फ़ाज़िल मरगूब ने कहा कि इस देश मे लोकसभा और राज्यसभा ही सुप्रीम नहीं हैं इस देश में सुप्रीम कोर्ट ही सुप्रीम नही हैं इस देश में सुप्रीम कोर्ट का जज जी सुप्रीम नहीं हैं बल्कि सविधान सुप्रीम हैं जो कानून सविधान के दायरे में रहकर बनाया जाए हमें वो मंजूर हैं अन्यथा हमें मंजूर नहीं हैं। कार्यक्रम मे सैकड़ो की संख्या में बामसेफ के आफ्शूट संगठनों के कार्यकर्ता मौजूद रहे।