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घोड़ी प्रकरण: दो दिनों से पोल मे करंट आने की सुचना जेई को दे रहे थे स्थानीय निवासी और घोड़ी मालिक, जेई साहब ने नहीं दिया कोई ध्यान!

एक बार फिर गरमाया जेई और एसडीओ के फ़ोन ना उठाने का मामला, एक्सईएन के दिशा-निर्देशों का भी पालन नहीं क़र रहे अधीनस्थ...

हरिद्वार। घोड़ी प्रकरण मे घोड़ी मालिक ने जेई पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ज्वालापुर पुलिस और अधिशासी अभियंता ज्वालापुर को शिकायत की है। घोड़ी मालिक का आरोप है कि वह पिछले दो दिनों से जेई को पोल मे करंट आने की सुचना दे रहे थे। वही, अधिशासी अभियंता ज्वालापुर ने मामले मे जेई के खिलाफ जाँच कराने की बात कही है। निवर्तमान पार्षद इसरार सलमानी व सुहैल अख्तर ने भी मामले मे विभाग की लापरवाही व घोड़ी मालिक को मुआवजा दिलाने की मांग की है।

फ़ाइल फोटो।

गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को ज्वालापुर के चौहानान के पास करंट लगने से एक घोड़ी की मौत हो गई थी। मामले मे स्थानीय लोगो और जनप्रतिनिधियों ने ऊर्जा विभाग के खिलाफ हंगामा भी काटा था और जेई व एसडीओ पर फ़ोन ना उठाने का आरोप भी लगाया था। जिसके बाद घोड़ी मालिक ने ज्वालापुर पुलिस को तहरीर देते हुए जेई को दो दिन से पोल मे करंट आने की सुचना देने की बात भी उल्लेख की थी। साथ अधिशासी अभियंता ज्वालापुर को भी मामले की शिकायत की थी। वही, निवर्तमान पार्षद सुहैल अख्तर ने भी जेई को पोल मे करंट आने की सुचना देने की बात कही है और आरोप लगाया है कि अधिकारी फ़ोन नहीं उठाते। विभाग मे अधीनस्थों के लापरवाही का आलम तब है ज़ब नवनियुक्त अधिशासी अभियंता अर्जुन प्रताप सिंह ने चार्ज सँभालने के बाद सभी को उपभोक्ताओं के फ़ोन उठाने व शिकायत का तत्काल संज्ञान लेकर निवारण करने के आदेश दिए थे। जेई की लापरवाही के चलते कोई और व्यक्ति भी करंट की चपेट मे आ सकता था। अब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या आखिर लापरवाही बरतने वाले जेई के खिलाफ विभाग कोई कार्रवाई करता है या नहीं?

घटना से पूर्व मेरे द्वारा स्वयं पोल मे करंट आने की सुचना जेई साहब को दी गई थी, परंतु उन्होंने ध्यान नहीं दिया, वह अक्सर फ़ोन नहीं उठाते है, आज भी उनको एक समस्या के लिए फ़ोन किया था पर उन्होंने रिसीव नहीं किया। — निवर्तमान पार्षद, सुहैल अख्तर।

विभाग की लापरवाही है, विभागीय अफसरों को ध्यान देना चाहिए था। जिसकी घोड़ी थी वह एक गरीब व्यक्ति है। उसकी रोजी-रोटी का जरिया वह घोड़ी ही थी। विभाग को घोड़ी मालिक को उचित मुआवजा देना चाहिए। — निवर्तमान पार्षद, इसरार सलमानी।

घोड़ी मालिक को विभागीय अनुसार मुआवजा दिया जाएगा, जहाँ तक बात जेई की लापरवाही की है उसमे जांच करा लेते है। — अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड ज्वालापुर, अर्जुन प्रताप सिंह।

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