उत्तराखंड एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग से संबंध रखने वाले दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार
SSP नवनीत सिंह का सख्त संदेश – “गैंगस्टरों से सांठ–गांठ रखने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा”

देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ ने कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दो पुलिस आरक्षियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इन दोनों पुलिसकर्मियों पर गैंग से सांठगांठ कर पीड़ित पक्ष पर दबाव बनाने और संपत्ति हड़पने में सहयोग करने के गंभीर आरोप हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, नवनीत सिंह ने बताया कि यह कार्रवाई पिछले माह दर्ज मुकदमे और गहन जांच के आधार पर की गई। इस मामले में पहले से ही कुख्यात अपराधी मनीष बॉलर और पंकज अष्टवाल सहित कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब जांच में दोनों पुलिसकर्मियों की संलिप्तता पाई गई।
मामला क्या है?
ग्राम सुनेहरा (रुड़की) निवासी श्याम बिहारी की वर्ष 2014 में मृत्यु के बाद उनकी करोड़ों की संपत्ति विवाद का कारण बनी। वर्ष 2018 में श्याम बिहारी के भाई कृष्ण गोपाल की हत्या प्रवीण वाल्मीकि गैंग ने संपत्ति कब्जाने की नियत से कर दी थी। इसके बाद परिवार को लगातार धमकियां दी गईं। यहां तक कि 2019 में पीड़िता के भाई पर भी गोली चलवाई गई। डर और भय के कारण परिवार ने रुड़की छोड़ दिया।
इसके बाद गैंग ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनाकर संपत्ति बेच दी। जांच में सामने आया कि इस अवैध काम में मनीष बॉलर और पंकज अष्टवाल की बड़ी भूमिका रही।
पुलिसकर्मियों की भूमिका
जांच के दौरान पता चला कि
कांस्टेबल शेर सिंह (जनपद हरिद्वार निवासी, वर्तमान में तैनाती– पिथौरागढ़) और
कांस्टेबल हसन अब्बास जैदी (जिला मेरठ निवासी, वर्तमान में तैनाती– पिथौरागढ़)
का संबंध सीधे प्रवीण वाल्मीकि और मनीष बॉलर से था। इनके कॉल रिकॉर्ड्स, जेल में मुलाकात और धमकी देने की घटनाएं उजागर हुईं। शेर सिंह ने रुड़की कोर्ट परिसर में पीड़ित परिवार को प्रवीण वाल्मीकि से मिलवाया, वहीं हसन जैदी ने पीड़िता के बेटे को अस्पताल में धमकाकर संपत्ति बेचने के लिए दबाव बनाया।
SSP का संदेश
एसटीएफ SSP नवनीत सिंह ने साफ किया कि गैंगस्टरों से किसी भी तरह की सांठगांठ रखने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा– “एसटीएफ का लक्ष्य कुख्यात वाल्मीकि गैंग को जड़ से खत्म करना है।”
दोनों गिरफ्तार पुलिसकर्मियों को रुड़की कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।



