इंटर कॉलेज की फर्जी मार्कशीट बना नाबालिग को बना दिया बालिग, मुकदमा दर्ज
हरिद्वार: नाबालिग युवक को बालिग दिखाने को लेकर बनाए गए फर्जी दस्तावेजों की पोल खुलने के बाद सीजेएम कोर्ट के वरिष्ठ सहायक की ओर से आरोपियों के खिलाफ ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जाँच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार दयानन्द नगरी वानप्रस्थ आश्रम के रहने वाले एक नाबालिग का कुछ दिन पहले यातायात पुलिस द्वारा एमवी एक्ट के तहत चालान किया गया था। नाबालिग का भारी रकम चालान होने को लेकर परिजनों में हड़कंप मचा हुआ था जिसके बाद नाबालिग की माँ रजनी ने एआरटीओ में काम करने वाले अमित भारती से सम्पर्क किया जिसने रजनी को इस मामले को निपटाने के लिए 17000 रुपये की बात कही। तब शुरू हुआ नाबालिग को बालिग दिखाने का असली खेल और एक फर्जी मार्कशीट बनाकर कोर्ट में पेश की गई और नाबालिग के खिलाफ लगाई गई पुलिस की धाराओं को गलत ठहराने की पुर जोर कोशिश की गई। मगर गनीमत रही कि मुख्य न्यायिक जज द्वारा फर्जी दस्तावेज की जाँच के आदेश जारी किए गए और इंटर कॉलेज के प्रबंधन को तलब किया गया। जिसके बाद ज्ञात हुआ कि स्कूल को ओर से तो कोई ऐसी मार्कशीट जारी ही नही की गई। फर्जीवाड़े के इस मामले की पोल खुलने पर सीजेएम के वरिष्ठ सहायक पंकज श्रीवास्तव की ओर से ज्वालापुर पुलिस को शिकायत देते हुए आरोपी नाबालिग व माँ रजनी समेत सप्तर्षि निवासी अमित भारती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।