फर्जी डिग्री बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ — उत्तराखंड से नागालैंड तक फैला रखा था नेटवर्क, 240 फर्जी डिग्रियां बरामद

सदर बाजार पुलिस और सर्विलांस टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए फर्जी डिग्री और मार्कशीट तैयार करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मौके से 240 फर्जी डिग्रियां, 9 मोबाइल फोन, एक कार बरामद करते हुए पांच आरोपियों — पर्वत कुमार, रिंकू कुमार, सिद्धार्थ शंकर, जसवीर सिंह उर्फ काला और अक्षय देव को गिरफ्तार किया है।
सहारनपुर एसपी सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि 27 अक्तूबर 2025 को गोविंद नगर निवासी अश्वनी ने थाना सदर बाजार में तहरीर दी थी कि रिंकू कुमार, जसबीर उर्फ काला और अन्य ने उनसे 70 हजार रुपये लेकर फर्जी मार्कशीट देने का वादा किया, लेकिन धोखाधड़ी कर नकली दस्तावेज थमा दिए। शिकायत करने पर आरोपियों ने गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी भी दी थी।
पुलिस ने छोटी रेलवे लाइन कोटे की दुकान के सामने चेकिंग के दौरान आरोपियों को गैंग की मीटिंग के दौरान गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह का नेटवर्क लखनऊ, दिल्ली, मेरठ, नागालैंड और उत्तराखंड तक फैला हुआ है। यह गिरोह बेरोजगार युवाओं और विद्यार्थियों को फर्जी डिग्री और एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगता था।
आरोपी बिना परीक्षा दिलाए 30 हजार से लेकर साढ़े चार लाख रुपये तक में फर्जी मार्कशीट और डिग्रियां तैयार करते थे। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि ये आरोपी सीसीएस यूनिवर्सिटी, सुभारती यूनिवर्सिटी, मोलार्ड यूनिवर्सिटी, ग्लोकल यूनिवर्सिटी, बीएएमएस, बी फार्मा, डी फार्मा, आईआईएमटी मेरठ जैसी संस्थाओं के नाम पर नकली दस्तावेज बनाते थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया जा रहा है। इस कार्रवाई से फर्जी डिग्री बनाकर युवाओं को ठगने वाले नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है।



