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जिला व पुलिस प्रशासन के द्वारा लगाए गए चेतावनी बोर्ड बेअसर, बावन दर्रे पर स्नान को पहुंच रहे हजारों जायरीन

हरिद्वार: हर साल देशभर के कौने कौने से ही नही बल्कि विदेशों से भी जायरीन कलियर पहुंचते है और उर्स में शरीक होते है। गर्मी बढ़ती है तो जायरीन गर्मी से राहत पाने को नदी की ओर का रुख करते है जहां वो होनी वाली दुर्घटना से बिल्कुल बेखर होते है और कोई न कोई जायरीन मौत इस भंवर में फंस ही जाता है वापस जाती है तो बस मायूसी और रोते बिलखते परिजन।

बावन दर्रे पर लगी जायरीनों की भीड़।

बता दें की हर साल दर्जनों जायरीनों के डूबने की खबर अखबारों में प्रकाशित होने के बाद भी बावन दर्रा क्षेत्र में जायरीनों के स्नान पर प्रतिबंध लगाना मानों जिला व पुलिस प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर हो गया है। हर बार की तरह इस बार भी जायरीनों ने पुलिस व जिला प्रशासन की चैतावनियों को ठेंगा दिखाकर 52 दर्रे की ओर रुख करना शुरू कर दिया है।

चेतावनी बोर्ड।

बता दें की पुलिस प्रशासन द्वारा इस क्षेत्र में स्नान को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है जिसे लेकर थानाध्यक्ष बहादराबाद व चौकी प्रभारी धनौरी की ओर से एक चेतावनी बोर्ड भी लगाया गया है जिसमे क्षेत्र में स्नान किए जाने को लेकर कड़े शब्दों में मना किया गया है। यह भी बताते चले की बीते कुछ वर्षों में बावन दर्रे में डूबने से हुई मौतों में बढ़ोतरी को देख पुलिस द्वारा इस क्षेत्र को तारबाड़ से बंद कर दिया गया था और इस क्षेत्र में जायरीनों के स्नान को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया था मगर जैसे ही पुलिस का पहरा हटा तो तारबाड़ को साइड कर फिर से जायरीनों ने बावन दर्रे का रुख करना शुरू कर दिया है और एक बार फिर से शुरू हो गई है मौत की डुबकी। अब देखने वाली बात यह है कि क्या किसी दुर्घटना के बाद ही फिर से पहरा बढ़ेगा या उर्स को लेकर चल रही जिला व पुलिस प्रशासन की तैयारियों में बावन दर्रे पर स्नान को प्रतिबंधित किए जाने की बात केवल कागजों में ही दबकर रह जायेगी।

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