पतंजलि योगपीठ के सामने फ्लाईओवर में बना खतरनाक गड्ढा, टला बड़ा हादसा
चौकी इंचार्ज की सतर्कता ने टाला बड़ा हादसा
हरिद्वार: डबल इंजन की सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश के भले ही लाख दावे कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत हर बार इन दावों को कटघरे में खड़ा कर देती है। ताजा मामला बहादराबाद से सामने आया है, जहाँ फ्लाई ओवर की सड़क में एक गहरा गड्ढा हो गया।

बता दें कि रुड़की के डीएवी कॉलेज के पास सड़क बैठने का मामला अभी सप्ताह भर भी पुराना नहीं हुआ था कि अब पतंजलि योगपीठ के सामने स्थित फ्लाईओवर में करीब 5 से 6 फीट गहरा गड्ढा हो गया।

ये गड्ढा न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही का प्रतीक है, बल्कि आने-जाने वाले यात्रियों की जान जोखिम में डालने जैसा भी है। जहाँ हाईवे का निर्माण कार्य करने वाली ये कंपनी टोल के नाम पर मोटी रकम वसूल रही है वहीं दूसरी ओर सड़क निर्माण की गुणवत्ता नाम मात्र ही रह गई है।
हादसे को टालने में चौकी इंचार्ज की मुस्तैदी

जैसे ही मामले की जानकारी मिली, चौकी शांतरशाह के इंचार्ज खेमेंद्र गंगवार ने मोर्चा संभालते हुए मौके पर पहुँचकर फ्लाईओवर को तत्काल बंद कराया। उन्होंने सबसे पहले सुरक्षा के मद्देनज़र हाईवे पर बैरिकेडिंग शुरू कर दी और वाहनों को फ्लाईओवर की बजाय सर्विस रोड की ओर डायवर्ट किया।
स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अगर चौकी इंचार्ज समय रहते हस्तक्षेप न करते, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। घटना की सूचना मिलते ही उन्होंने NHAI के अधिकारियों को भी सूचित किया, जिसके बाद समस्या वाले हिस्से को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया।
भ्रष्टाचार की परतें उघाड़ता गड्ढा
इस घटना ने एक बार फिर निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और सरकारी एजेंसियों की निगरानी प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। फ्लाईओवर जैसे अहम ढांचे में इतनी जल्दी गड्ढा बन जाना न केवल लापरवाही, बल्कि भ्रष्टाचार की बू भी देता है। करोड़ों रुपये की लागत से बने फ्लाईओवर की हालत अगर कुछ ही वर्षों में ऐसी हो जाए, तो यह निर्माण में इस्तेमाल सामग्री की गुणवत्ता और संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत पर सवाल खड़े करता है।



