उत्तराखण्ड में कांग्रेस के हाथ लगी मायूसी तो सोनीपत में सतपाल ने लहराया परचम
हरिद्वार: लोक सभा सीट पर आए नतीजों को देख गंधबंधन में एक अलग ही खुशी की लहर है मगर उत्तराखण्ड बड़े बड़े दावे करने वाली कांग्रेस सुबड़ा साफ हो गया। अभी तक इस बड़ी हार को लेकर किसी का स्ट्रोंग स्टैटमेंट दिखाई नही दिया है लेकिन बात करें कांग्रेस की हार की तो जहां एक ओर कांग्रेस में गुट्टबाजी खत्म हुई तो वहीं दूसरी ओर अंदरूनी तौर पर जीत को लेकर कार्यकर्ताओं व नेताओं ने जमकर लापरवाही बरती है जिस कारण वीरेंद्र को हरिद्वार में हार का मुंह देखना पड़ा है।
जबकि प्रदेश से बाहर कांग्रेस की मजबूती का दम दिखाते हुए सतपाल ब्रह्मचारी द्वारा हरियाणा सोनीपत से जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया है। बता दें ब्रह्मचारी के सरल स्वभाव के सभी कायल है यही कारण है उनकी लोकप्रियता के सामने कोई आसानी से टिक नहीं पाता है।
यूपी में किया कमाल, 37 सीटों पर लहराया परचम
सोशल मिडिया पर डिंपल यादव की हार को लेकर तरह-तरह की बातें चर्चाओं का विषय बनी हुई थी जिस डिंपल यादव ने जीत की मोहर लगाकर सब चर्चाओं पर विराम लगा दिया।
इसी क्रम में पहली बार लोक सभा के चुनावी मैदान में उतने वाली इकरा हसन ने जहां एक ओर सोशल मीडिया पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है वहीं दूसरी ओर इकरा हसन ने अखिलेश यादव के भरोसे को बरकरार रखते हुए लगभग 60000 वोटों से जीत दर्ज की। बता दें कि इकरा हसन की लोकप्रियता का कारण सादगी बताई जाती जिससे उन्हें लोगों का भरपूर प्यार मिला है। यह भी बताते चले कि इकरा की शुरुआती शिक्षा भले ही कैराना में हुई हो, लेकिन उन्होंने 12वीं दिल्ली के क्वींस मेरी स्कूल से की थी। लेडी श्रीराम कालेज से ग्रेजुएशन किया। दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की। इंटरनेशनल ला एंड पालिटिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन यूनिवर्सिटी आफ लंदन से किया था। लंदन में सीएए का विरोध-प्रदर्शन कर सुर्खियों में आई थीं। वह पढ़ाई पूरी कर 2021 में स्वदेश लौटी थीं। इसके बाद ही वह इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय हुईं। इकरा ने 2016 में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा, लेकिन पांच हजार वोटों से हार मिली थी। वहीं 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले विधायक नाहिद हसन जेल में थे। चुनाव में उनकी छोटी बहन इकरा ने ही चुनाव प्रबंधन की कमान संभाली थी। भाई की जीत में बहन की मेहनत को ही माना जाता है।
इमरान मसूद ने कांग्रेस से लहराया जीत का परचम
सहारनपुर सीट से शुरआती दौर से ही बढ़त बनाने वाले इमरान मसूद ने आखिरकार 60000 वोटों से जीत दर्ज की। सहारनपुर लोकसभा सीट से इमरान मसूद ने जीतने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये जो जीत है वह राहुल और प्रियंका गांधी जी की मेहनत का नतीजा है. मुझे सहारनपुर की जनता से खूब प्यार मिला है ये अकेले मेरी जीत नहीं है सभी धर्मों और जाति के लोगों की जीत है. और अपनी जीत की श्रेय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को देता हूं।