शर्मनाक: पोस्टमार्टम के बाद बिना टांके लगाए शरीर खुला छोड़कर कब्रिस्तान पहुंचा दिया लावारिस शव!
चिकित्सकों की लापरवाही पर एसीएमओ ने कही कार्रवाई की बात...शव दफन होने के बाद तक भी नगर कोतवाली से नहीं पहुंचा कोई भी पुलिसकर्मी

हरिद्वार। शहर क्षेत्र से मानवता को झकझोर कर रख देने वाली एक बड़ा शर्मनाक घटना सामने आयी है। जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों ने मानवता को ताक पर रख एक लावारिस शव को बिना टांके लगाए ही दफनाने के लिए पुलिस को सौंप दिया। इससे भी बेतुकी बात यह है कि नगर कोतवाली पुलिस ने शव की हालत बिना देखे ही दफनाने के लिए ज्वालापुर कब्रिस्तान भेज दिया। ज़ब कब्रिस्तान के सेवादार ने दफनाने से पहले शव को खुलवाकर देखा तो उसके होश उड़ गए। जिसके बाद मामले की सुचना पुलिस को दी गई।
गौरतलब है कि शहर तथा अन्य आसपास के लावारिस मुस्लिम शवों को पुलिस द्वारा ज्वालापुर स्थित वक्फ कब्रिस्तान सुभाषनगर में दफनाया जाता है। पुलिस के माध्यम से दफनाने के लिए कब्रिस्तान भेजे जाने वाले लावारिस शवों को दफनाने में सहयोग करने वाले युवाओं के माध्यम से कब्रिस्तान समिति ही मानवता के तहत लावारिस शवों को निःशुल्क रूप से दफनाने का प्रबन्ध करती है। लेकिन बुधवार को एक बड़ा ही शर्मनाक मामला सामने आया। जानकारी के अनुसार नगर कोतवाली पुलिस मुस्लिम व्यक्ति के एक लावारिस शव को दफ़नाने के लिए सुभाषनगर कब्रिस्तान लायी। शव को दफ़नाने से पहले रीती-रिवाज़ के अनुसार ग़ुस्ल (स्नान) के लिए ज़ब कब्रिस्तान के सेवादार ने खोला तो वह शव को देखकर हैरान रह गया। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों द्वारा शव का पोस्टमार्टम करने के बाद बिना टांके लगाए ही शव को पुलिस को हैंडओवर कर दिया गया। जिसके बाद नगर कोतवाली पुलिस द्वारा भी लापरवाही बरततें हुए शव को कब्रिस्तान दफ़नाने के लिए भेज दिया। शर्मनाक व मानवता को झकझोर कर रख देने वाली घटना सामने आने के बाद मामले में प्रबंध समिति द्वारा नगर कोतवाली पुलिस से सम्पर्क किया गया लेकिन पुलिस ने मामले में गौर करने की जरुरत नहीं समझी। जिसके बाद मज़बूरन शव को इसी अवस्था में कब्रिस्तान में दफनाना पड़ा। वक्फ कब्रिस्तान सुभाषनगर के प्रबंधक अहसान अंसारी ने बताया कि घटना सामने आने के बाद अधिकारियों के संज्ञान में मामला लाया गया। यह बड़ी ही शर्मनाक घटना है। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
मामले में एक्शन लिया जाएगा। मैं सीएमओ साहब से वार्ता करता हूं। हम इसमें कार्रवाई करेंगे।
— डॉ. अनिल वर्मा, एसीएमओ हरिद्वार।
मामले में सीएमओ साहब से बात करेंगें, साथ ही नगर कोतवाली पुलिस से भी जानकारी करता हूं।
— शिशुपाल सिंह नेगी, क्षेत्राधिकार नगर।