गुंडागर्दी : वाहन रिकवरी एजेंटो की खुलेआम गुंडागर्दी का शिकार बन रहे यात्री, पुलिस के लिए कभी भी सरदर्द बन सकते हैं वाहनों को रोक अवैध उगाही करने वाले रिकवरी एजेंट

हरिद्वार। सुप्रीम कोर्ट की वाहन रिकवरी एजेंटों को लेकर सख्त टिप्पणी के बाद भी शहर व हाइवे पर एजेंटों की गुंडागर्दी थमने का नाम नही ले रही है।
गौरतलब है कि बहादराबाद टोल से लेकर रायवाला तक रिकवरी एजेंटों ने अपना जाल फैलाया हुआ है। वतर्मान में चारधाम यात्रा शुरू होने से देशभर से श्रद्धालु हरिद्वार को होते हुए चार धाम यात्रा करने पहुँच रहे है। ऐसे में पुलिस का रिकवरी एजेंटो पर लगाम लगाना ज्यादा जरूरी हो गया है। पूर्व में कई बार रिकवरी एजेंटों की गुंडागर्दी व वाहन को सड़क पर रोक कर उनसे अवैध उगाही करने के कई मामले सामने आ चुकें है। रिकवरी एजेंटों के द्वारा पूर्व में कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्रान्तर्गत रानीपुर झाल पर दिल्ली पुलिस के जवानों को पीटने का मामला भी सामने आया था जिसके बाद दिल्ली पुलिस के एएसआई ने कोतवाली ज्वालापुर में रिकवरी एजेंटों के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज कराया था। इसके साथ रिकवरी एजेंटो की मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था जिसके बाद नगर कोतवाली हरिद्वार पुलिस ने मामले का संज्ञान लेकर एजेंटो को हिरासत में लेकर चालानी कार्यवाही भी की थी। जिसके बाद रिकवरी एजेंटों की गुंडागर्दी पर कुछ समय के लिए लगाम भी लग गयी थी परंतु अब एकबार फिर इन्ही एजेंटों द्वारा शहर व हाईवे पर वाहनों को रोककर गुंडागर्दी के किस्से आम हो चले है। रिकवरी एजेंटो ने बहादराबाद से भूमानन्द , हरिलोक तिराहे , शांतिकुंज से रायवाला तक अपना जाल फैलाया हुआ है जिसमे आये दिन इनके द्वारा वाहन को रोक कर चालकों से मारपीट व अवैध उगाही के मामले सामने आते रहते है। कई मामलों में पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस भी कार्यवाही करती है परंतु सवाल ये है की आखिर सर्वोच्च न्यायालय की सख्त टिप्पणी के बाद भी बहादराबाद से रायवाला तक जगह-जगह खड़े रिकवरी एजेंटों पर पुलिस लगाम कब लगाएगी।