लालढांग। पौराणिक गेंद मेले मे दूसरे दिन स्थानीय स्कूलों के छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई । कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि थानाध्यक्ष श्यामपुर नितेश शर्मा और एनयुजे के प्रदेश सचिव हरपाल सिंह ने सयुंक्त रूप से किया उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के पास अपना पौराणिक इतिहास रहा है। देवभूमि होने के नाते हर माह मेले का आयोजन होता रहता है। लालढांग के गेंद मेले का अपना महत्त्व है। जो हमें अपनी संस्कृति से जोड़ता है। आज की युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति को याद रखना और उस पर ध्यान देना चाहिए। आधुनिक सुविधाओं ने समाज, समुदाय, संस्कृति को हमसे दूर कर दिया है। जिसको संजोय रखना होगा। इस अवसर पर ज्ञानदीप इंटर कालेज, सरस्वती शिशु मंदिर, अभिनव पब्लिक स्कूल,सेंट जोसफ् स्कूल,जनता जुनियर् हाई स्कूल आदि के छात्राओ ने नृत्य, योग और कुमाउनी डांस के दृशकों का मन मोह लिया। गेंद मेले मे उत्तराखण्ड की बेटी और आंदोलन कारी भावना पांडे भी पहुंची। उन्होंने सांकृतिक कार्यक्रमों का लुप्त उठाया। 15 जनवरी को भव्य गेंद खेल का आयोजन किया जायेगा।
इस अवसर पर दरोगा विनय मोहन द्विवेदी, दरोगा अशोक रावत सहित मेला समिति के चन्द्रमोहन नेगी, , हरी मोहन, देवेंद्र रतुड़ी,अनिल शर्मा, संजय अग्रवाल सहित भारी संख्या मे ग्रामीण उपस्थित रहे।