उत्तराखंडएक्सक्लूसिवहरिद्वार
निगम अधिकारियों की हठधर्मिता का खामियाजा भुगत रही आम जनता, जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर

हरिद्वार। नगर निगम अधिकारियों की हठधर्मिता का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। दो दिन से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर भर मे कूड़े के अम्बार लगे हुए है। प्रतिदिन डोर टू डोर कलेक्शन भी बंद है। सफाई कर्मियों की हड़ताल को लेकर निगम अधिकारी उदासीन बने हुए है। जब इस सम्बन्ध मे उनसे बात करने की कोशिश की गई तो वह अपना पल्ला झाड़ते नज़र आए। इस से यह साफ होता है की नगर निगम शहर की सफाई व्यवस्था के लिए कितना सजग है।
गौरतलब है कि नगर निगम हरिद्वार द्वारा कूड़ा निस्तारण को लेकर दो संस्थानों से अनुबंध किया गया है। संस्थानों का पिछले चार माह से भुगतान ना होने के चलते संस्थान कर्मचारियों द्वारा हड़ताल की गई है। जिस कारण शहर में हर जगह कूड़े के अंबार लगे हुए हैं। धार्मिक स्थलों से लेकर शिक्षा मंदिरों के सामने भी कूड़ा ही कूड़ा नजर आ रहा है। जिसे लेकर अभी तक निगम की ओर से कोई कार्यवाही होती नजर नहीं आ रही है। अनुबंधित कंपनियों के 4 महीने से भुगतान रुके होने के कारण कर्मचारियों के वेतन व परिवार के सामने एक बड़ा संकट आन पड़ा है। जिस कारण कर्मचारियों द्वारा वेतन को लेकर हड़ताल की गई है। जहां एक और निगम अधिकारी इस मामले से किनारा काटते नजर आ रहे हैं वही अभी तक सफाई कर्मचारियों के हित में बड़े-बड़े दावे करने वाले नेता भी चुप हैं। वहीं दूसरी ओर गुरुवार को देश का राष्ट्रीय पर्व है राष्ट्रीय पर्व से 1 दिन पूर्व शहर में लगे बड़े-बड़े कूड़े के ढेर नजर आ रहे है जिसका सीधा प्रभाव हरिद्वार की स्वच्छता रैंकिंग पर पड़ा है। इस बात पर जब अनुबंधित संस्थान कासा ग्रीन व केएल मदान प्रबंधन से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि अनुबंधित संस्थानों द्वारा निगम को इस विषय पर बात करने के लिए 23 जनवरी तक का समय दिया गया था मगर जब 23 जनवरी बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही होती नजर नहीं आई तो मजबूरन काम बंद करना पड़ा। वहीं जब इस विषय में नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती से बात की गई तो उनके द्वारा कि शासन से फण्ड नही आया है इसलिए अनुबंधित संस्थाओं को भुगतना नही किया जा रहा है।