
हरिद्वार। मुस्लिम फंड संचालक रज्जाक द्वारा निवेशको की रकम लेकर फरार हो जाने का मामला भले ही अब सामने आया हो लेकिन रज्जाक द्वारा करोड़ों रुपए डकार कर फरार होने की तैयारी 6 माह पहले शुरू कर दी गई थी। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सराय रोड स्थित संगम पैलेस वेंकट हॉल में पार्टनर रहा मुस्लिम फंड संचालक रज्जाक इन्हें कुछ समय पूर्व ही वेंकट हॉल में अपने हिस्से की भूमि एक पटवारी को बेंची थी। यही नहीं वेंकट हॉल के ठीक पीछे स्थित एक बड़ा प्लॉट वेंकट हॉल के साझीदार एक कांग्रेसी नेता को बेचने के साथ-साथ जून 2022 से लेकर दिसंबर 2022 तक रज्जाक अपनी तमाम संपत्तियों को ठिकाने लगाकर करोड़ों के वारे न्यारे करने में लगा रहा, और कामयाब भी रहा। खुफिया सूत्रों के अनुसार वेंकट हॉल की हिस्सेदारी में कब्जे को लेकर पिछले दिनों रज्जाक के हिस्से की संपत्ति खरीदने वाले पटवारी और वेंकट हाल स्वामी के बीच विवाद भी सामने आया था, जिसमें एक पक्ष द्वारा ज्वालापुर कोतवाली पुलिस को भी सूचना दी गई थी और पुलिस के मौके पर पहुंचने पर वेंकट हॉल स्वामी और रज्जाक से संपत्ति खरीदने वाले पटवारी के बीच वेंकट हॉल मैं साझेदारी समाप्त करते हुए शनिवार को बटवारा हो गया था। लेकिन पुलिस भी इस बात को समझने में नाकाम रही। और साझेदारों के माध्यम से अपनी संपत्ति ठिकाने लगाने में लगा रहा मुस्लिम पंच संचालक रज्जाक देखते ही देखते आसानी से फरार होने में कामयाब रहा। अब भले ही कार्रवाई के नाम पर पुलिस उसके बैंक खाते सीज करने की तैयारी कर रही हो लेकिन बैक खाते हो या फिर संपत्ति रज्जाक पूरी योजना बनाकर संपत्ति और बैंकों में मौजूद अपने धन को फरार होने से पूर्व ठिकाने लगाने में सफल रहा। देखने वाली बात यह है कि मुस्लिम फंड पर विश्वास कर अपने पैसे जमा करने वाले आम निवेशक को कब न्याय मिल पाता है? क्या उनका पैसा वापस हो पाएगा यह बड़ा सवाल हर किसी पीड़ित के मन में तैर रहा है?