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भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा क़ो पार करता विधुत विभाग, टेंडर से पहले सामग्री लगा जोड़ दी कॉलोनी मे लाइन

अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता के खिलाफ आरोप लगा सलेमपुर निवासी युवक ने की मुख्यमंत्री क़ो शिकायत...

हरिद्वार। एक बार फिर ज्वालापुर विधुत वितरण खंड से भ्रष्टाचार का नया मामला उजागर हुआ है। सलेमपुर निवासी एक सामाजिक कार्यकर्ता ने अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता ज्वालापुर पर टैंडर से पहले सामग्री लगा कॉलोनी मे लाइन जोड़ने का आरोप लगाया है। वही, विधुत विभाग के भ्रष्ट अधिकारियो पर एकाएक लग रहे आरोपो से विधुत विभाग भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा क़ो भी पार करता नज़र आ रहा है। साथ ही बहादराबाद मे नियमानुसार चल रहे लाइन शिफ्टिंग के कार्य क़ो रोकना और टेंडर से पूर्व कॉलोनी मे कार्य कराना अधिकारियो की मंशा पर सवाल खड़े कर रहा है।

फ़ाइल फोटो

जानकारी के अनुसार सलेमपुर निवासी युवक ने मुख्यमंत्री क़ो शिकायत कर बताया कि ज्वालापुर विधुत वितरण खंड के अधीन जमालपुर खुर्द मे कॉलोनी की सामग्री क्लेम्प एवं नाटबोल्ट के लिए 14 फरवरी क़ो टेंडर निकलना है। लेकिन टेंडर से पूर्व ही अधीक्षण अभियंता प्रदीप कुमार और अधिशासी अभियंता आशुतोष तिवारी विधुत वितरण खंड ज्वालापुर द्वारा कॉलोनी के मालिक के साथ मिल कर अवैध रूप से कॉलोनी मे टेंडर से पूर्व सामग्री लगा कर लाइन चालू कर दी गई। जो कि नियम विरुद्ध है। आरोप है क़ि अधीक्षण अभियंता हरिद्वार और अधिशासी अभियंता ज्वालापुर द्वारा अपने फायदे के लिए विभाग क़ो नुकसान पहुंचाया है साथ ही नियमो का उल्लंघन किया है। वही, बड़ा सवाल खड़ा होता है कि जहां एक और विभाग द्वारा टेंडर से पूर्व ही कॉलोनी में विद्युत सामग्री लगाकर लाइन जोड़ दी गई है वहीं, नियमानुसार चल रही बहादराबाद स्थित 33 केवी लाइन शिफ्टिंग क़ो रोकने के पीछे अधिकारियों की क्या मंशा थी?

नोट : जब इस संबंध में अधिकारियों से बात करना चाहिए तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

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